03 Jun
जंतु ऊतक बायोलॉजी फ्लैश कार्ड
प्रश्न: हिस्टोलॉजी शब्द का प्रयोग सबसे पहले किसने किया
उत्तर: मेयर
हिस्टोलॉजी शब्द का प्रयोग सबसे पहले मेयर (Mayer) ने 1819 में किया था। हिस्टोलॉजी जीवविज्ञान की वह शाखा है जिसमें ऊतकों (tissues) की सूक्ष्म संरचना का अध्ययन किया जाता है। यह शब्द ग्रीक शब्दों “histos” (ऊतक) और “logia” (अध्ययन) से मिलकर बना है।
प्रश्न: किस प्रकार के ऊतक शरीर की सुरक्षा कवच का कार्य करते है
उत्तर: एपिथिलीयमी ऊतक
प्रश्न: किस प्रकार के ऊतक शरीर की सुरक्षा कवच का कार्य करते हैं?
सही उत्तर: A. एपिथिलीयमी ऊतक (Epithelial Tissue) ✅
🔍 व्याख्या:
एपिथिलीयमी ऊतक (Epithelial Tissue) शरीर की बाहरी और आंतरिक सतहों को ढँकते हैं।
ये ऊतक त्वचा, आंतरिक अंगों, ग्रंथियों और रक्त वाहिकाओं की सतह पर पाए जाते हैं।
इनका मुख्य कार्य सुरक्षा, अवशोषण, स्रवण (secretion), और संवेदन (sensation) है।
यह ऊतक शरीर को संक्रमण, चोट, रसायनों, और पानी की हानि से बचाता है।
अन्य विकल्पों पर दृष्टि:
सही उत्तर: A. एपिथिलीयमी ऊतक (Epithelial Tissue) ✅
🔍 व्याख्या:
एपिथिलीयमी ऊतक (Epithelial Tissue) शरीर की बाहरी और आंतरिक सतहों को ढँकते हैं।
ये ऊतक त्वचा, आंतरिक अंगों, ग्रंथियों और रक्त वाहिकाओं की सतह पर पाए जाते हैं।
इनका मुख्य कार्य सुरक्षा, अवशोषण, स्रवण (secretion), और संवेदन (sensation) है।
यह ऊतक शरीर को संक्रमण, चोट, रसायनों, और पानी की हानि से बचाता है।
अन्य विकल्पों पर दृष्टि:
विकल्प | विवरण |
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B. पेशीय ऊतक (Muscular Tissue) | गति और संकुचन (movement) के लिए जिम्मेदार। |
C. संयोजी ऊतक (Connective Tissue) | अंगों को जोड़ने और समर्थन देने का कार्य। |
D. तंत्रीकिय ऊतक (Nervous Tissue) | संदेशों के आदान-प्रदान में सहायक। |
प्रश्न: निम्न में से कौन सा ऊतक घाव भरने में सहायक होता है
उत्तर: संयोजी ऊतक
प्रश्न: निम्न में से कौन सा ऊतक घाव भरने में सहायक होता है?
सही उत्तर: C. संयोजी ऊतक (Connective Tissue) ✅
🔍 व्याख्या:
संयोजी ऊतक (Connective Tissue) शरीर में विभिन्न ऊतकों और अंगों को आपस में जोड़ने, सहारा देने और मरम्मत करने का कार्य करता है।
जब शरीर में घाव होता है, तो संयोजी ऊतक में उपस्थित फाइब्रोब्लास्ट कोशिकाएं नए ऊतक और कोलेजन रेशे (collagen fibers) बनाकर उस स्थान की मरम्मत करते हैं।
यही प्रक्रिया घाव भरने (Wound Healing) में मुख्य भूमिका निभाती है।
अन्य विकल्पों पर दृष्टि:
सही उत्तर: C. संयोजी ऊतक (Connective Tissue) ✅
🔍 व्याख्या:
संयोजी ऊतक (Connective Tissue) शरीर में विभिन्न ऊतकों और अंगों को आपस में जोड़ने, सहारा देने और मरम्मत करने का कार्य करता है।
जब शरीर में घाव होता है, तो संयोजी ऊतक में उपस्थित फाइब्रोब्लास्ट कोशिकाएं नए ऊतक और कोलेजन रेशे (collagen fibers) बनाकर उस स्थान की मरम्मत करते हैं।
यही प्रक्रिया घाव भरने (Wound Healing) में मुख्य भूमिका निभाती है।
अन्य विकल्पों पर दृष्टि:
विकल्प | विवरण |
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A. एपिथिलीयमी ऊतक | यह ऊतक घाव के ऊपर नई परत बनाने में सहयोगी होते हैं, लेकिन मुख्य मरम्मत कार्य संयोजी ऊतक करते हैं। |
B. पेशीय ऊतक | यह संकुचन और गति के लिए होता है, घाव भरने में प्रत्यक्ष भूमिका नहीं निभाता। |
D. तंत्रीकिय ऊतक | यह संदेशों के आदान-प्रदान के लिए होता है, घाव भरने में भूमिका नहीं निभाता। |
प्रश्न: निम्न में से कौन एक शरीर को गर्म रखने हेतु उतरदायी है
उत्तर: वसामय ऊतक
वसामय ऊतक (Adipose Tissue) एक प्रकार का संयोजी ऊतक है, जिसमें वसा (Fat) की अधिक मात्रा पाई जाती है।
यह शरीर में त्वचा के नीचे (subcutaneous layer), आंतरिक अंगों के आसपास मौजूद होता है।
इसका मुख्य कार्य:
• ऊष्मा का संरक्षण (Heat Insulation) करना – जिससे शरीर गर्म बना रहता है।
• ऊर्जा का संचयन करना।
• अंगों को धक्कों से सुरक्षा देना।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
यह शरीर में त्वचा के नीचे (subcutaneous layer), आंतरिक अंगों के आसपास मौजूद होता है।
इसका मुख्य कार्य:
• ऊष्मा का संरक्षण (Heat Insulation) करना – जिससे शरीर गर्म बना रहता है।
• ऊर्जा का संचयन करना।
• अंगों को धक्कों से सुरक्षा देना।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
विकल्प | विवरण |
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A. स्वेद ग्रंथियां (Sweat Glands) | शरीर से पसीना निकालकर शीतलता बनाए रखने में मदद करती हैं। |
B. संयोजी ऊतक (Connective Tissue) | अंगों को जोड़ने व सहारा देने का कार्य करते हैं, पर सीधे गर्मी बनाए नहीं रखते। |
D. रोम (Hair) | आंशिक रूप से ऊष्मा संरक्षण में भूमिका निभाते हैं, लेकिन मुख्य कार्य वसामय ऊतक का होता है। |
प्रश्न: सैबेसियस ग्रन्थियां पायी जाती है
उत्तर: स्तनियों की त्वचा के डर्मिस में
प्रश्न: सैबेसियस ग्रन्थियां (Sebaceous Glands) पाई जाती हैं?
सही उत्तर: B. स्तनियों की त्वचा के डर्मिस में ✅
🔍 व्याख्या:
सैबेसियस ग्रन्थियां एक प्रकार की त्वचा की ग्रन्थियां हैं, जो एक तैलीय पदार्थ “सीबम” (sebum) स्रावित करती हैं।
यह ग्रंथियाँ स्तनधारी (Mammals) प्राणियों की त्वचा के डर्मिस (Dermis) स्तर में पाई जाती हैं।
सीबम त्वचा और बालों को कोमल, नम और रोगाणुओं से सुरक्षित रखता है।
ये ग्रंथियाँ अक्सर बाल कूपों (Hair Follicles) से जुड़ी होती हैं।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
सही उत्तर: B. स्तनियों की त्वचा के डर्मिस में ✅
🔍 व्याख्या:
सैबेसियस ग्रन्थियां एक प्रकार की त्वचा की ग्रन्थियां हैं, जो एक तैलीय पदार्थ “सीबम” (sebum) स्रावित करती हैं।
यह ग्रंथियाँ स्तनधारी (Mammals) प्राणियों की त्वचा के डर्मिस (Dermis) स्तर में पाई जाती हैं।
सीबम त्वचा और बालों को कोमल, नम और रोगाणुओं से सुरक्षित रखता है।
ये ग्रंथियाँ अक्सर बाल कूपों (Hair Follicles) से जुड़ी होती हैं।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
विकल्प | विवरण |
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A. एपीडर्मिस में | एपीडर्मिस त्वचा की सबसे बाहरी परत है, जिसमें सैबेसियस ग्रंथियाँ नहीं होतीं। |
C. अमाशय की एपिथीलियम में | सैबेसियस ग्रंथियाँ केवल त्वचा में पाई जाती हैं, अमाशय में नहीं। |
D. आंत की एपिथीलियम में | आंतों में श्लेष्मा (mucus) स्रावित करने वाली ग्रंथियाँ होती हैं, सैबेसियस नहीं। |
प्रश्न: मनुष्य की त्वचा सबसे मोटी होती है
उत्तर: तलवे पर
प्रश्न: मनुष्य की त्वचा सबसे मोटी होती है?
सही उत्तर: B. तलवे पर (Sole of the foot) ✅
🔍 व्याख्या:
मनुष्य की त्वचा की मोटाई शरीर के विभिन्न भागों में अलग-अलग होती है।
तलवे (Soles) पर त्वचा सबसे मोटी होती है क्योंकि:
यह भाग लगातार दबाव और घर्षण को सहन करता है।
यहाँ एपिडर्मिस (epidermis) की परत विशेष रूप से मोटी होती है, विशेषकर Stratum corneum।
सुरक्षा और कुशनिंग के लिए यह मोटाई आवश्यक होती है।
अन्य विकल्पों की तुलना:
सही उत्तर: B. तलवे पर (Sole of the foot) ✅
🔍 व्याख्या:
मनुष्य की त्वचा की मोटाई शरीर के विभिन्न भागों में अलग-अलग होती है।
तलवे (Soles) पर त्वचा सबसे मोटी होती है क्योंकि:
यह भाग लगातार दबाव और घर्षण को सहन करता है।
यहाँ एपिडर्मिस (epidermis) की परत विशेष रूप से मोटी होती है, विशेषकर Stratum corneum।
सुरक्षा और कुशनिंग के लिए यह मोटाई आवश्यक होती है।
अन्य विकल्पों की तुलना:
विकल्प | विवरण |
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A. हथेली पर | यहाँ की त्वचा भी मोटी होती है, पर तलवे की तुलना में कम। |
C. धड़ पर | त्वचा अपेक्षाकृत पतली और लचीलापन लिए होती है। |
D. सिर पर | त्वचा सामान्य मोटाई की होती है, लेकिन बालों से ढकी रहती है। |
प्रश्न: लैक्राइमल ग्रन्थियां स्त्रावित करती है
उत्तर: आंसू
प्रश्न: लैक्राइमल ग्रन्थियां (Lacrimal Glands) स्रावित करती हैं?
सही उत्तर: C. आंसू (Tears) ✅
🔍 व्याख्या:
लैक्राइमल ग्रन्थियां आँखों की ऊपरी बाहरी कोने (upper outer corner) में स्थित होती हैं।
ये ग्रंथियाँ आँसुओं (Tears) का स्राव करती हैं, जो आँखों को:
नम बनाए रखती हैं,
धूल और सूक्ष्म कणों को हटाती हैं,
और संक्रमण से बचाती हैं (क्योंकि आँसुओं में लाइसोज़ाइम नामक एंजाइम होता है जो जीवाणुओं को नष्ट करता है)।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
सही उत्तर: C. आंसू (Tears) ✅
🔍 व्याख्या:
लैक्राइमल ग्रन्थियां आँखों की ऊपरी बाहरी कोने (upper outer corner) में स्थित होती हैं।
ये ग्रंथियाँ आँसुओं (Tears) का स्राव करती हैं, जो आँखों को:
नम बनाए रखती हैं,
धूल और सूक्ष्म कणों को हटाती हैं,
और संक्रमण से बचाती हैं (क्योंकि आँसुओं में लाइसोज़ाइम नामक एंजाइम होता है जो जीवाणुओं को नष्ट करता है)।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
विकल्प | विवरण |
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A. सेबम | यह सैबेसियस ग्रन्थियों से निकलता है, जो त्वचा और बालों को चिकना करता है। |
B. म्यूकस (Mucus) | यह म्यूकस ग्रन्थियों से निकलता है, जो श्वसन और पाचन नाल को नम बनाए रखता है। |
D. पसीना (Sweat) | यह स्वेद ग्रन्थियों से निकलता है, जो शरीर का तापमान नियंत्रित करती हैं। |
प्रश्न: बुढ़ापे में त्वचा में झुरियां पड़ जाती है इसका कारण है
उत्तर: उपचर्मिय स्तर में लचीलापन कम होने के कारण
प्रश्न: बुढ़ापे में त्वचा में झुर्रियाँ पड़ जाती हैं, इसका कारण है?
सही उत्तर: B. उपचर्मीय स्तर में लचीलापन कम होने के कारण ✅
🔍 व्याख्या:
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, त्वचा की लचीलापन (Elasticity) और तान (Tension) कम होती जाती है।
इसका मुख्य कारण है:
कोलेजन (Collagen) और इलास्टिन (Elastin) प्रोटीन की मात्रा में कमी,
जो डर्मिस और हाइपोडर्मिस (उपचर्मीय स्तर) में पाए जाते हैं।
जब ये प्रोटीन क्षीण हो जाते हैं, तो त्वचा पतली, ढीली और झुर्रीदार हो जाती है।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
सही उत्तर: B. उपचर्मीय स्तर में लचीलापन कम होने के कारण ✅
🔍 व्याख्या:
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, त्वचा की लचीलापन (Elasticity) और तान (Tension) कम होती जाती है।
इसका मुख्य कारण है:
कोलेजन (Collagen) और इलास्टिन (Elastin) प्रोटीन की मात्रा में कमी,
जो डर्मिस और हाइपोडर्मिस (उपचर्मीय स्तर) में पाए जाते हैं।
जब ये प्रोटीन क्षीण हो जाते हैं, तो त्वचा पतली, ढीली और झुर्रीदार हो जाती है।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
विकल्प | विवरण |
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A. त्वचा में रुधिर का संचारण कम होने के कारण | यह भी एक सहायक कारण हो सकता है, लेकिन मुख्य कारण नहीं है। |
C. चर्म में वसा ऊतक की कमी के कारण | यह त्वचा की मोटाई को प्रभावित करता है, पर झुर्रियाँ मुख्यतः लचीलापन घटने से होती हैं। |
D. त्वचा में मेलेनिन और मेलेनोसाइटस की अधिकता के कारण | इसका संबंध त्वचा के रंग और धब्बों से है, न कि झुर्रियों से। |
प्रश्न: मनुष्य के शरीर में सबसे लम्बी कोशिका होती है
उत्तर: तंत्रिका कोशिका
प्रश्न: मनुष्य के शरीर में सबसे लंबी कोशिका कौन सी होती है?
सही उत्तर: C. तंत्रिका कोशिका (Nerve Cell / Neuron) ✅
🔍 व्याख्या:
तंत्रिका कोशिका (Neuron) मनुष्य के शरीर की सबसे लंबी कोशिका होती है।
इसका मुख्य भाग — एक्सॉन (Axon) — बहुत लंबा हो सकता है, जो रीढ़ की हड्डी से पैर की अंगुलियों तक फैला होता है।
यह कोशिका तंत्रिका संकेतों (nerve impulses) को तेजी से एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाने का कार्य करती है।
इसकी लंबाई 1 मीटर तक भी हो सकती है!
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
सही उत्तर: C. तंत्रिका कोशिका (Nerve Cell / Neuron) ✅
🔍 व्याख्या:
तंत्रिका कोशिका (Neuron) मनुष्य के शरीर की सबसे लंबी कोशिका होती है।
इसका मुख्य भाग — एक्सॉन (Axon) — बहुत लंबा हो सकता है, जो रीढ़ की हड्डी से पैर की अंगुलियों तक फैला होता है।
यह कोशिका तंत्रिका संकेतों (nerve impulses) को तेजी से एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाने का कार्य करती है।
इसकी लंबाई 1 मीटर तक भी हो सकती है!
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
विकल्प | विवरण |
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A. हाथ की कोशिका | लंबाई में सामान्य होती है, विशेष नहीं। |
B. पैर की कोशिका | इसमें भी सामान्य पेशीय या त्वचा की कोशिकाएं होती हैं। |
D. इनमें से कोई नहीं | गलत विकल्प, क्योंकि तंत्रिका कोशिका सही उत्तर है। |
प्रश्न: तंत्रिका ऊतक की इकाई है
उत्तर: न्यूरोन
प्रश्न: तंत्रिका ऊतक की इकाई क्या है?
सही उत्तर: B. न्यूरोन (Neuron) ✅
🔍 व्याख्या:
न्यूरोन (Neuron) तंत्रिका ऊतक की मूलभूत संरचनात्मक और क्रियात्मक इकाई है।
यह विशेष कोशिका होती है जो तंत्रिका संकेतों (Nerve Impulses) को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाती है।
एक न्यूरोन में मुख्यतः तीन भाग होते हैं:
डेंड्राइट (Dendrite) – संकेतों को ग्रहण करता है।
कोशिकाद्रव्य या कोशिका शरीर (Cell Body/Soma) – संकेतों को प्रोसेस करता है।
एक्सॉन (Axon) – संकेतों को आगे की कोशिका तक पहुंचाता है।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
सही उत्तर: B. न्यूरोन (Neuron) ✅
🔍 व्याख्या:
न्यूरोन (Neuron) तंत्रिका ऊतक की मूलभूत संरचनात्मक और क्रियात्मक इकाई है।
यह विशेष कोशिका होती है जो तंत्रिका संकेतों (Nerve Impulses) को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाती है।
एक न्यूरोन में मुख्यतः तीन भाग होते हैं:
डेंड्राइट (Dendrite) – संकेतों को ग्रहण करता है।
कोशिकाद्रव्य या कोशिका शरीर (Cell Body/Soma) – संकेतों को प्रोसेस करता है।
एक्सॉन (Axon) – संकेतों को आगे की कोशिका तक पहुंचाता है।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
विकल्प | विवरण |
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A. एक्सॉन | यह न्यूरोन का एक भाग है, पूरी इकाई नहीं। |
C. गुच्छिका (Ganglion) | यह न्यूरॉनों का एक समूह होता है, न कि एकल इकाई। |
D. कोशिकाय (Cell) | सामान्य शब्द है, पर तंत्रिका ऊतक की विशिष्ट इकाई न्यूरोन होती है। |
प्रश्न: संवेदना का चालन शरीर के एक भाग से दुसरे भाग में किसके द्वारा होता है
उत्तर: तंत्रिका ऊतक
प्रश्न: संवेदना का चालन शरीर के एक भाग से दूसरे भाग में किसके द्वारा होता है?
सही उत्तर: D. तंत्रिका ऊतक (Nervous Tissue) ✅
🔍 व्याख्या:
तंत्रिका ऊतक (Nervous Tissue) ही शरीर में संवेदना (Sensory signals) और अन्य तंत्रिका संदेशों का त्वरित और सही चालन करता है।
यह ऊतक न्यूरॉन्स (neurons) से बना होता है, जो इलेक्ट्रिकल और रासायनिक संकेतों के माध्यम से सूचना को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाते हैं।
इस प्रकार, तंत्रिका ऊतक शरीर की सामग्री, सोच, संवेदना, और नियंत्रण प्रणाली का मुख्य भाग है।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
सही उत्तर: D. तंत्रिका ऊतक (Nervous Tissue) ✅
🔍 व्याख्या:
तंत्रिका ऊतक (Nervous Tissue) ही शरीर में संवेदना (Sensory signals) और अन्य तंत्रिका संदेशों का त्वरित और सही चालन करता है।
यह ऊतक न्यूरॉन्स (neurons) से बना होता है, जो इलेक्ट्रिकल और रासायनिक संकेतों के माध्यम से सूचना को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाते हैं।
इस प्रकार, तंत्रिका ऊतक शरीर की सामग्री, सोच, संवेदना, और नियंत्रण प्रणाली का मुख्य भाग है।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
विकल्प | विवरण |
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A. पेशीय ऊतक (Muscular Tissue) | गति और संकुचन के लिए जिम्मेदार होता है, संवेदना के लिए नहीं। |
B. एपिथिलियमी ऊतक (Epithelial Tissue) | शरीर की सतह को कवर करता है और संरक्षण करता है, लेकिन संवेदना के लिए नहीं। |
C. संयोजी ऊतक (Connective Tissue) | अंगों को जोड़ने और सहारा देने का कार्य करता है, संवेदनात्मक संदेश नहीं भेजता। |
प्रश्न: लिगामेंट एक रचना है जो जोड़ती है
उत्तर: अस्थि को अस्थि से
प्रश्न: लिगामेंट एक रचना है जो जोड़ती है?
सही उत्तर: B. अस्थि को अस्थि से (Bone to Bone) ✅
🔍 व्याख्या:
लिगामेंट (Ligament) एक कठोर और लचीला संयोजी ऊतक होता है जो हड्डियों को एक-दूसरे से जोड़ता है।
यह जोड़ (joint) की स्थिरता और गति को नियंत्रित करता है।
लिगामेंट के कारण ही हड्डियाँ जोड़ के माध्यम से सुरक्षित और व्यवस्थित रहती हैं।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
सही उत्तर: B. अस्थि को अस्थि से (Bone to Bone) ✅
🔍 व्याख्या:
लिगामेंट (Ligament) एक कठोर और लचीला संयोजी ऊतक होता है जो हड्डियों को एक-दूसरे से जोड़ता है।
यह जोड़ (joint) की स्थिरता और गति को नियंत्रित करता है।
लिगामेंट के कारण ही हड्डियाँ जोड़ के माध्यम से सुरक्षित और व्यवस्थित रहती हैं।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
विकल्प | विवरण |
---|---|
A. अस्थियों को पेशियों से | यह टेंडन (Tendon) का कार्य है, जो मांसपेशियों को हड्डियों से जोड़ता है। |
C. अस्थियों को तंत्रिका से | ऐसा कोई संयोजन नहीं होता। |
D. पेशी को त्वचा से | यह भी टेंडन या संयोजी ऊतक से जुड़ा नहीं होता। |
प्रश्न: ऊँट का कूबड़ किस ऊतक का बना होता है
उत्तर: वसामय ऊतक का
प्रश्न: ऊँट का कूबड़ किस ऊतक का बना होता है?
सही उत्तर: D. वसामय ऊतक का (Adipose Tissue) ✅
🔍 व्याख्या:
ऊँट के कूबड़ (Hump) में मुख्य रूप से वसामय ऊतक (Adipose Tissue) होता है।
यह वसा जमा करके ऊँट को ऊर्जा का भंडारण करता है।
कूबड़ में वसा जमा होने से ऊँट को सूखे और गर्म वातावरण में ऊर्जा और पानी की कमी से बचने में मदद मिलती है।
साथ ही वसामय ऊतक ऊँट के शरीर को गर्म रखने में भी सहायक होता है।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
सही उत्तर: D. वसामय ऊतक का (Adipose Tissue) ✅
🔍 व्याख्या:
ऊँट के कूबड़ (Hump) में मुख्य रूप से वसामय ऊतक (Adipose Tissue) होता है।
यह वसा जमा करके ऊँट को ऊर्जा का भंडारण करता है।
कूबड़ में वसा जमा होने से ऊँट को सूखे और गर्म वातावरण में ऊर्जा और पानी की कमी से बचने में मदद मिलती है।
साथ ही वसामय ऊतक ऊँट के शरीर को गर्म रखने में भी सहायक होता है।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
विकल्प | विवरण |
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A. कंकालीय ऊतक (Skeletal Tissue) | यह हड्डियों का ऊतक होता है, कूबड़ नहीं बनाता। |
B. पेशीय ऊतक (Muscular Tissue) | यह मांसपेशियों का ऊतक होता है, कूबड़ का निर्माण नहीं करता। |
C. उपसिथ ऊतक (Epithelial Tissue) | यह शरीर की सतह और आंतरिक अंगों की परत होती है, कूबड़ नहीं बनाता। |
प्रश्न: मोटापा निम्न में से किसकी अधिकता के कारण होता है?
उत्तर: वसा ऊतक
प्रश्न: मोटापा निम्न में से किसकी अधिकता के कारण होता है?
सही उत्तर: B. वसा ऊतक (Adipose Tissue) ✅
🔍 व्याख्या:
मोटापा (Obesity) तब होता है जब शरीर में वसा ऊतक (Fat tissue) की मात्रा सामान्य से अधिक हो जाती है।
वसा ऊतक में शरीर अतिरिक्त ऊर्जा को वसा के रूप में संग्रहित करता है।
जब ऊर्जा का सेवन जरूरत से ज्यादा होता है और खर्च कम होता है, तो अतिरिक्त कैलोरी वसा के रूप में जमा हो जाती है, जिससे मोटापा बढ़ता है।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
सही उत्तर: B. वसा ऊतक (Adipose Tissue) ✅
🔍 व्याख्या:
मोटापा (Obesity) तब होता है जब शरीर में वसा ऊतक (Fat tissue) की मात्रा सामान्य से अधिक हो जाती है।
वसा ऊतक में शरीर अतिरिक्त ऊर्जा को वसा के रूप में संग्रहित करता है।
जब ऊर्जा का सेवन जरूरत से ज्यादा होता है और खर्च कम होता है, तो अतिरिक्त कैलोरी वसा के रूप में जमा हो जाती है, जिससे मोटापा बढ़ता है।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
विकल्प | विवरण |
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A. शर्करा (Sugar) | ऊर्जा स्रोत है, लेकिन मोटापा मुख्य रूप से वसा ऊतक की अधिकता से होता है। |
C. सुक्रोज (Sucrose) | कार्बोहाइड्रेट का प्रकार, मोटापा बढ़ाने में सहायक हो सकता है। |
D. ग्लूकोज (Glucose) | ऊर्जा देने वाला कार्बोहाइड्रेट, मोटापा का मुख्य कारण नहीं। |
प्रश्न: निम्न में से कौन ऊतक का उदाहरण है?
उत्तर: रक्त
प्रश्न: निम्न में से कौन ऊतक का उदाहरण है?
सही उत्तर: B. रक्त (Blood) ✅
🔍 व्याख्या:
रक्त (Blood) एक प्रकार का संयोजी ऊतक (Connective Tissue) है, जो शरीर में पोषक तत्व, ऑक्सीजन, हार्मोन आदि का परिवहन करता है।
यह तरल रूप में होता है और इसमें विभिन्न प्रकार की कोशिकाएं (लाल रक्त कोशिका, सफेद रक्त कोशिका, प्लेटलेट्स) तैरती हैं।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
सही उत्तर: B. रक्त (Blood) ✅
🔍 व्याख्या:
रक्त (Blood) एक प्रकार का संयोजी ऊतक (Connective Tissue) है, जो शरीर में पोषक तत्व, ऑक्सीजन, हार्मोन आदि का परिवहन करता है।
यह तरल रूप में होता है और इसमें विभिन्न प्रकार की कोशिकाएं (लाल रक्त कोशिका, सफेद रक्त कोशिका, प्लेटलेट्स) तैरती हैं।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
विकल्प | विवरण |
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A. मस्तिष्क (Brain) | यह एक अंग (Organ) है, जो तंत्रिका ऊतक, संयोजी ऊतक, रक्त वाहिकाओं आदि का समूह होता है। |
C. यकृत (Liver) | यह भी एक अंग है, जो विभिन्न ऊतकों का समूह है। |
D. अमाशय (Stomach) | यह भी एक अंग है, जिसमें विभिन्न प्रकार के ऊतक होते हैं। |
प्रश्न: बायोप्सी सम्बंधित है?
उत्तर: परीक्षण के लिए ऊतकों को शरीर से अलग करने से
प्रश्न: बायोप्सी सम्बंधित है?
सही उत्तर: C. परीक्षण के लिए ऊतकों को शरीर से अलग करने से ✅
🔍 व्याख्या:
बायोप्सी (Biopsy) एक चिकित्सीय प्रक्रिया है जिसमें रोग निदान के लिए शरीर के किसी भाग से ऊतक (tissue) का छोटा नमूना निकालकर जांच की जाती है।
इससे डॉक्टर यह पता लगाते हैं कि ऊतक में कोई संक्रमण, कैंसर या अन्य रोग तो नहीं है।
यह प्रक्रिया आमतौर पर सर्जिकल तरीके से या सूई के माध्यम से की जाती है।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
सही उत्तर: C. परीक्षण के लिए ऊतकों को शरीर से अलग करने से ✅
🔍 व्याख्या:
बायोप्सी (Biopsy) एक चिकित्सीय प्रक्रिया है जिसमें रोग निदान के लिए शरीर के किसी भाग से ऊतक (tissue) का छोटा नमूना निकालकर जांच की जाती है।
इससे डॉक्टर यह पता लगाते हैं कि ऊतक में कोई संक्रमण, कैंसर या अन्य रोग तो नहीं है।
यह प्रक्रिया आमतौर पर सर्जिकल तरीके से या सूई के माध्यम से की जाती है।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
विकल्प | विवरण |
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A. मृत्यु का कारण जानने के लिए शव विच्छेदन (Autopsy) | यह बायोप्सी नहीं है, बल्कि ऑटोप्सी कहलाता है। |
B. बेहोशी की स्थिति में परीक्षण | इसका बायोप्सी से संबंध नहीं है। |
D. हाइड्रोफोबिया (Rabies) का उपचार | बायोप्सी से संबंध नहीं है। |
प्रश्न: मास्ट कोशिकाएं पाई जाती हैं?
उत्तर: संयोजी ऊतक में
प्रश्न: मास्ट कोशिकाएं (Mast cells) पाई जाती हैं?
सही उत्तर: A. संयोजी ऊतक में (Connective Tissue) ✅
🔍 व्याख्या:
मास्ट कोशिकाएं मुख्य रूप से संयोजी ऊतक में पाई जाती हैं, विशेषकर त्वचा, फेफड़े, और पाचन तंत्र के आसपास।
ये कोशिकाएं एलर्जी और सूजन (Inflammation) में भूमिका निभाती हैं क्योंकि ये हिस्टामिन और अन्य रसायन छोड़ती हैं जो प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को बढ़ावा देते हैं।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
सही उत्तर: A. संयोजी ऊतक में (Connective Tissue) ✅
🔍 व्याख्या:
मास्ट कोशिकाएं मुख्य रूप से संयोजी ऊतक में पाई जाती हैं, विशेषकर त्वचा, फेफड़े, और पाचन तंत्र के आसपास।
ये कोशिकाएं एलर्जी और सूजन (Inflammation) में भूमिका निभाती हैं क्योंकि ये हिस्टामिन और अन्य रसायन छोड़ती हैं जो प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को बढ़ावा देते हैं।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
विकल्प | विवरण |
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B. पेशी ऊतक | मास्ट कोशिकाएं यहाँ नहीं पाई जातीं। |
C. तंत्रिका ऊतक | मास्ट कोशिकाएं नहीं पाई जातीं। |
D. रुधिर (Blood) ऊतक | मास्ट कोशिकाएं खून में स्वतंत्र रूप से नहीं होतीं, बल्कि संयोजी ऊतक में रहती हैं। |
प्रश्न: हैवरसियन तंत्र पाया जाता है?
उत्तर: स्तनियों की अस्थियों में
प्रश्न: हैवरसियन तंत्र (Haversian system) कहाँ पाया जाता है?
सही उत्तर: C. स्तनियों की अस्थियों में (In Mammalian Bones) ✅
🔍 व्याख्या:
हैवरसियन तंत्र या ऑस्टियोन (Osteon) एक संरचनात्मक और क्रियात्मक इकाई है जो कठोर अस्थि ऊतक (Compact bone tissue) में पाया जाता है।
यह मुख्यतः स्तनियों (Mammals) की अस्थियों में मौजूद होता है और हड्डी की मजबूती और पोषण के लिए आवश्यक है।
इसमें हैवरसियन कैनाल होते हैं जो रक्त वाहिकाओं और तंत्रिकाओं को हड्डी के अंदर ले जाते हैं।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
सही उत्तर: C. स्तनियों की अस्थियों में (In Mammalian Bones) ✅
🔍 व्याख्या:
हैवरसियन तंत्र या ऑस्टियोन (Osteon) एक संरचनात्मक और क्रियात्मक इकाई है जो कठोर अस्थि ऊतक (Compact bone tissue) में पाया जाता है।
यह मुख्यतः स्तनियों (Mammals) की अस्थियों में मौजूद होता है और हड्डी की मजबूती और पोषण के लिए आवश्यक है।
इसमें हैवरसियन कैनाल होते हैं जो रक्त वाहिकाओं और तंत्रिकाओं को हड्डी के अंदर ले जाते हैं।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
विकल्प | विवरण |
---|---|
A. मत्स्यों की अस्थियों | मछलियों की अस्थियाँ ज्यादातर नरम होती हैं और उनमें हैवरसियन तंत्र नहीं होता। |
B. पक्षियों की अस्थियों | पक्षियों की हड्डियाँ हल्की और खोखली होती हैं, जिसमें हैवरसियन तंत्र सीमित मात्रा में होता है। |
D. सरीसृपों की अस्थियों | सरीसृपों की हड्डियाँ भी हैवरसियन तंत्र से अलग होती हैं। |
प्रश्न: फेफड़ों को ढकने वाला आवरण कहलाता है?
उत्तर: प्लुरा
प्रश्न: फेफड़ों को ढकने वाला आवरण क्या कहलाता है?
सही उत्तर: B. प्लूरा (Pleura) ✅
🔍 व्याख्या:
प्लूरा (Pleura) एक पतली, चिकनी झिल्ली होती है जो फेफड़ों को पूरी तरह से ढकती है और फेफड़ों तथा छाती की दीवार के बीच एक चिकनाई वाला स्थान बनाती है।
यह फेफड़ों को संरक्षण देती है और सांस लेने में सहायक होती है।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
सही उत्तर: B. प्लूरा (Pleura) ✅
🔍 व्याख्या:
प्लूरा (Pleura) एक पतली, चिकनी झिल्ली होती है जो फेफड़ों को पूरी तरह से ढकती है और फेफड़ों तथा छाती की दीवार के बीच एक चिकनाई वाला स्थान बनाती है।
यह फेफड़ों को संरक्षण देती है और सांस लेने में सहायक होती है।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
विकल्प | विवरण |
---|---|
A. पेरीकार्डियम | यह हृदय को ढकने वाला आवरण है, फेफड़ों का नहीं। |
C. पेरीटोनियम | यह पेट के अंगों को ढकने वाला आवरण है। |
D. सीरोमा | यह तरल पदार्थ का संचय होता है, आवरण नहीं। |
प्रश्न: दांत मुख्य रूप से किससे बने होते हैं?
उत्तर: डेनटाइन
प्रश्न: दांत का मुख्य भाग किससे बना होता है?
सही उत्तर: B. डेंटाइन (Dentine) ✅
🔍 व्याख्या:
दांत का मुख्य भाग डेंटाइन (Dentine) से बना होता है, जो हड्डी जैसा कठोर पदार्थ है।
डेंटाइन की परत के ऊपर एनामेल (Enamel) की परत होती है, जो सबसे कठोर और चमकीली होती है, लेकिन यह दांत का बाहरी आवरण है।
मज्जा (Pulp) दांत के अंदरूनी भाग में स्थित नरम ऊतक होता है, जिसमें रक्त वाहिकाएँ और तंत्रिकाएँ होती हैं।
ऑडॉन्टोब्लास्टस (Odontoblasts) वे कोशिकाएं हैं जो डेंटाइन बनाती हैं, पर दांत खुद उनसे नहीं बनता।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
सही उत्तर: B. डेंटाइन (Dentine) ✅
🔍 व्याख्या:
दांत का मुख्य भाग डेंटाइन (Dentine) से बना होता है, जो हड्डी जैसा कठोर पदार्थ है।
डेंटाइन की परत के ऊपर एनामेल (Enamel) की परत होती है, जो सबसे कठोर और चमकीली होती है, लेकिन यह दांत का बाहरी आवरण है।
मज्जा (Pulp) दांत के अंदरूनी भाग में स्थित नरम ऊतक होता है, जिसमें रक्त वाहिकाएँ और तंत्रिकाएँ होती हैं।
ऑडॉन्टोब्लास्टस (Odontoblasts) वे कोशिकाएं हैं जो डेंटाइन बनाती हैं, पर दांत खुद उनसे नहीं बनता।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
विकल्प | विवरण |
---|---|
A. एनामिल (Enamel) | दांत की बाहरी सबसे कठोर परत है, मुख्य हिस्सा नहीं। |
C. मज्जा (Pulp) | दांत के अंदरूनी नरम ऊतक को कहते हैं। |
D. ऑडॉन्टोब्लास्टस (Odontoblasts) | ये कोशिकाएं हैं, दांत की संरचना नहीं। |
प्रश्न: दांत का शिखर किसका बना होता है?
उत्तर: एनामिल
प्रश्न: दांत का शिखर (Crown) किससे बना होता है?
सही उत्तर: C. एनामेल (Enamel) ✅
🔍 व्याख्या:
दांत का शिखर दांत का वह हिस्सा होता है जो मुँह में दिखाई देता है।
यह मुख्य रूप से एनामेल (Enamel) से बना होता है, जो शरीर का सबसे कठोर पदार्थ है।
एनामेल दांत की सुरक्षा करता है और उसे घिसने, टूटने से बचाता है।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
सही उत्तर: C. एनामेल (Enamel) ✅
🔍 व्याख्या:
दांत का शिखर दांत का वह हिस्सा होता है जो मुँह में दिखाई देता है।
यह मुख्य रूप से एनामेल (Enamel) से बना होता है, जो शरीर का सबसे कठोर पदार्थ है।
एनामेल दांत की सुरक्षा करता है और उसे घिसने, टूटने से बचाता है।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
विकल्प | विवरण |
---|---|
A. उपसिथ (Epithelium) | त्वचा या ऊतक की परत, दांत का शिखर नहीं बनाता। |
B. डेंटिन (Dentine) | दांत का मुख्य हिस्सा होता है, पर शिखर की बाहरी परत नहीं। |
D. काईटिन (Chitin) | कीटों और कवकों के बाहरी आवरण में पाया जाता है, दांत में नहीं। |
प्रश्न: नाभि रज्जू किस प्रकार का ऊतक होता है?
उत्तर: भ्रूणीय संयोजी ऊतक
प्रश्न: नाभि रज्जू (Umbilical cord) किस प्रकार का ऊतक होता है?
सही उत्तर: D. भ्रूणीय संयोजी ऊतक (Embryonic Connective Tissue) ✅
🔍 व्याख्या:
नाभि रज्जू में मुख्य रूप से भ्रूणीय संयोजी ऊतक (Embryonic Connective Tissue) पाया जाता है, जिसे म्यूकोइड संयोजी ऊतक (Mucous connective tissue) या व्हार्टन का जिल्ली (Wharton’s jelly) भी कहते हैं।
यह ऊतक नाभि रज्जू को मजबूती और लचक प्रदान करता है, साथ ही रक्त वाहिकाओं की सुरक्षा करता है।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
सही उत्तर: D. भ्रूणीय संयोजी ऊतक (Embryonic Connective Tissue) ✅
🔍 व्याख्या:
नाभि रज्जू में मुख्य रूप से भ्रूणीय संयोजी ऊतक (Embryonic Connective Tissue) पाया जाता है, जिसे म्यूकोइड संयोजी ऊतक (Mucous connective tissue) या व्हार्टन का जिल्ली (Wharton’s jelly) भी कहते हैं।
यह ऊतक नाभि रज्जू को मजबूती और लचक प्रदान करता है, साथ ही रक्त वाहिकाओं की सुरक्षा करता है।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
विकल्प | विवरण |
---|---|
A. श्लेष्मल संयोजी ऊतक | म्यूकस झिल्ली का ऊतक, नाभि रज्जू में नहीं। |
B. रेशेदार ऊतक | यह सख्त संयोजी ऊतक है, लेकिन नाभि रज्जू का मुख्य ऊतक नहीं। |
C. प्रौढ़ संयोजी ऊतक | वयस्कों में पाया जाने वाला संयोजी ऊतक, नाभि रज्जू में नहीं। |
प्रश्न: किसी जीवित देह के भीतर कोशिका या ऊतक की मौत को क्या कहते हैं?
उत्तर: नेक्रासिस
प्रश्न: किसी जीवित देह के भीतर कोशिका या ऊतक की मृत्यु को क्या कहते हैं?
सही उत्तर: C. नेक्रासिस (Necrosis) ✅
🔍 व्याख्या:
नेक्रासिस (Necrosis) का अर्थ है किसी जीवित शरीर के भीतर कोशिका या ऊतक का अनियंत्रित और अस्वाभाविक तरीके से मर जाना।
यह सामान्य सेल मृत्यु (एपोप्टोसिस) से अलग होती है, क्योंकि नेक्रासिस में कोशिका फट सकती है और आस-पास के ऊतकों को नुकसान पहुंचा सकती है।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
सही उत्तर: C. नेक्रासिस (Necrosis) ✅
🔍 व्याख्या:
नेक्रासिस (Necrosis) का अर्थ है किसी जीवित शरीर के भीतर कोशिका या ऊतक का अनियंत्रित और अस्वाभाविक तरीके से मर जाना।
यह सामान्य सेल मृत्यु (एपोप्टोसिस) से अलग होती है, क्योंकि नेक्रासिस में कोशिका फट सकती है और आस-पास के ऊतकों को नुकसान पहुंचा सकती है।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
विकल्प | विवरण |
---|---|
A. न्युट्रोफिलिया | रक्त में न्यूट्रोफिल नामक सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या बढ़ना। |
B. नेफ्रासिस | गुर्दे (किडनी) का रोग। |
D. नियोप्लेसिया | असामान्य और नियंत्रित न होने वाली कोशिका वृद्धि, जैसे ट्यूमर। |
प्रश्न: किस ऊतक के नख, खुर और सींग बने होते हैं?
उत्तर: किरेटिन के
प्रश्न: किस ऊतक से नाखून, खुर और सींग बनते हैं?
सही उत्तर: C. किरेटिन के (Keratinized tissue) ✅
🔍 व्याख्या:
नाखून, खुर, और सींग मुख्य रूप से किरेटिन (Keratin) नामक प्रोटीन से बने होते हैं।
किरेटिन एक कठोर, रेशेदार प्रोटीन है जो त्वचा, बाल, नाखून आदि को मजबूती और सुरक्षा प्रदान करता है।
यह किरेटिनाइज्ड एपिथेलियम (Keratinized epithelium) या किरेटिनयुक्त ऊतक से बनते हैं।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
सही उत्तर: C. किरेटिन के (Keratinized tissue) ✅
🔍 व्याख्या:
नाखून, खुर, और सींग मुख्य रूप से किरेटिन (Keratin) नामक प्रोटीन से बने होते हैं।
किरेटिन एक कठोर, रेशेदार प्रोटीन है जो त्वचा, बाल, नाखून आदि को मजबूती और सुरक्षा प्रदान करता है।
यह किरेटिनाइज्ड एपिथेलियम (Keratinized epithelium) या किरेटिनयुक्त ऊतक से बनते हैं।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
विकल्प | विवरण |
---|---|
A. क्यूटाइड (Cuticle) | यह बाल या नाखून की सतह की एक पतली परत होती है, ऊतक नहीं। |
B. काईटिन (Chitin) | यह कीटों और कवकों के बाहरी कंकाल में पाया जाने वाला पदार्थ है, स्तनधारियों के नाखूनों या सींगों में नहीं। |
D. ट्यूनीसीन (Tunicin) | समुद्री जीवों में पाया जाने वाला पदार्थ है, मानव ऊतक से संबंधित नहीं। |
प्रश्न: Rh कारक ने अपना ये नाम किस जानवर से लिया है?
उत्तर: बंदर
प्रश्न: Rh कारक ने अपना नाम किस जानवर से लिया है?
सही उत्तर: A. बंदर (Rhesus Monkey) ✅
🔍 व्याख्या:
Rh कारक (Rhesus factor) का नाम Rhesus बंदर (Rhesus monkey) से लिया गया है।
यह कारक मानव रक्त में पाया जाता है और रक्त समूह (Blood group) प्रणाली का हिस्सा है।
Rh कारक की खोज इस बंदर के रक्त में हुई थी, इसलिए इसे यही नाम मिला।
सही उत्तर: A. बंदर (Rhesus Monkey) ✅
🔍 व्याख्या:
Rh कारक (Rhesus factor) का नाम Rhesus बंदर (Rhesus monkey) से लिया गया है।
यह कारक मानव रक्त में पाया जाता है और रक्त समूह (Blood group) प्रणाली का हिस्सा है।
Rh कारक की खोज इस बंदर के रक्त में हुई थी, इसलिए इसे यही नाम मिला।
प्रश्न: जन्म के बाद मानव के किस ऊतक में कोई कोशिका विभाजन नहीं होता है?
उत्तर: तंत्रिका
प्रश्न: जन्म के बाद मानव के किस ऊतक में कोई कोशिका विभाजन (Cell division) नहीं होता है?
सही उत्तर: B. तंत्रिका (Nervous tissue) ✅
🔍 व्याख्या:
तंत्रिका ऊतक (Nervous tissue) के अधिकांश न्यूरॉन (Neurons) जन्म के बाद कोशिका विभाजन नहीं करते।
एक बार न्यूरॉन बनने के बाद, वे आमतौर पर पुनः विभाजित नहीं होते, इसलिए तंत्रिका ऊतक की मरम्मत सीमित होती है।
इसके विपरीत, कंकाल, संयोजी, और जनन (गर्भाशय) ऊतक में कोशिका विभाजन हो सकता है।
सही उत्तर: B. तंत्रिका (Nervous tissue) ✅
🔍 व्याख्या:
तंत्रिका ऊतक (Nervous tissue) के अधिकांश न्यूरॉन (Neurons) जन्म के बाद कोशिका विभाजन नहीं करते।
एक बार न्यूरॉन बनने के बाद, वे आमतौर पर पुनः विभाजित नहीं होते, इसलिए तंत्रिका ऊतक की मरम्मत सीमित होती है।
इसके विपरीत, कंकाल, संयोजी, और जनन (गर्भाशय) ऊतक में कोशिका विभाजन हो सकता है।
प्रश्न: प्लाज्मा में जल का प्रतिशत होता है?
उत्तर: 90
सही उत्तर है: D. 90
🔍 व्याख्या:
रक्त का तरल घटक प्लाज्मा होता है, जो लगभग 55% रक्त का हिस्सा बनाता है। प्लाज्मा में जल लगभग 90-92% होता है। इसमें प्रोटीन, ग्लूकोज, खनिज लवण, हार्मोन और गैसें भी मौजूद होती हैं।
🔹 प्लाज्मा की संरचना:
जल – 90-92%
प्रोटीन – 6-8%
अन्य पदार्थ – 1-2%
🔍 व्याख्या:
रक्त का तरल घटक प्लाज्मा होता है, जो लगभग 55% रक्त का हिस्सा बनाता है। प्लाज्मा में जल लगभग 90-92% होता है। इसमें प्रोटीन, ग्लूकोज, खनिज लवण, हार्मोन और गैसें भी मौजूद होती हैं।
🔹 प्लाज्मा की संरचना:
जल – 90-92%
प्रोटीन – 6-8%
अन्य पदार्थ – 1-2%
प्रश्न: रक्त होता है?
उत्तर: एक संयोजी ऊतक
सही उत्तर है: A. एक संयोजी ऊतक (Connective Tissue) ✅
🔍 व्याख्या:
रक्त शरीर का एक तरल संयोजी ऊतक है जो पोषक तत्वों, गैसों, हार्मोन आदि का परिवहन करता है। इसमें कोशिकाएँ (RBC, WBC, प्लेटलेट्स) तरल मैट्रिक्स (प्लाज्मा) में निलंबित रहती हैं।
➡️ रक्त को संयोजी ऊतक माना जाता है क्योंकि यह शरीर के विभिन्न भागों को जोड़ता है और समन्वय स्थापित करता है।
❌ उपकलित ऊतक (Epithelial Tissue) शरीर की सतहों को ढकने का कार्य करता है, रक्त ऐसा नहीं करता।
🔍 व्याख्या:
रक्त शरीर का एक तरल संयोजी ऊतक है जो पोषक तत्वों, गैसों, हार्मोन आदि का परिवहन करता है। इसमें कोशिकाएँ (RBC, WBC, प्लेटलेट्स) तरल मैट्रिक्स (प्लाज्मा) में निलंबित रहती हैं।
➡️ रक्त को संयोजी ऊतक माना जाता है क्योंकि यह शरीर के विभिन्न भागों को जोड़ता है और समन्वय स्थापित करता है।
❌ उपकलित ऊतक (Epithelial Tissue) शरीर की सतहों को ढकने का कार्य करता है, रक्त ऐसा नहीं करता।
प्रश्न: हिस्टोलॉजी शब्द का प्रयोग सबसे पहले किसने किया?
उत्तर: मेयर
सही उत्तर है: A. मेयर (Mayer) ✅
🔍 व्याख्या:
हिस्टोलॉजी शब्द का अर्थ है “ऊतकों का अध्ययन”। यह शब्द सबसे पहले 1819 में जर्मन वैज्ञानिक मेयर ने इस्तेमाल किया था।
यह शब्द ग्रीक शब्द Histos (ऊतक) और Logos (अध्ययन) से बना है।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
🔍 व्याख्या:
हिस्टोलॉजी शब्द का अर्थ है “ऊतकों का अध्ययन”। यह शब्द सबसे पहले 1819 में जर्मन वैज्ञानिक मेयर ने इस्तेमाल किया था।
यह शब्द ग्रीक शब्द Histos (ऊतक) और Logos (अध्ययन) से बना है।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
विकल्प | विवरण |
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शलाइडेन (Schleiden) | वनस्पति कोशिका सिद्धांत के प्रतिपादक |
रोबर्ट हुक (Robert Hooke) | कोशिका (cell) शब्द का आविष्कारक |
मैमन | हिस्टोलॉजी से संबंधित कोई प्रसिद्ध वैज्ञानिक नहीं |
प्रश्न: किस प्रकार के ऊतक शरीर की सुरक्षा कवच का कार्य करते हैं?
उत्तर: एपिथिलीयमी ऊतक
सही उत्तर है: A. एपिथिलीयमी ऊतक (Epithelium Tissue) ✅
🔍 व्याख्या:
एपिथिलीयमी ऊतक शरीर और अंगों की बाहरी एवं आंतरिक सतहों को ढकता है। इसका मुख्य कार्य सुरक्षा प्रदान करना है, जैसे त्वचा की ऊपरी परत। यह अवरण का कार्य करता है और स्रवण व अवशोषण में भी सहायक होता है।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
🔍 व्याख्या:
एपिथिलीयमी ऊतक शरीर और अंगों की बाहरी एवं आंतरिक सतहों को ढकता है। इसका मुख्य कार्य सुरक्षा प्रदान करना है, जैसे त्वचा की ऊपरी परत। यह अवरण का कार्य करता है और स्रवण व अवशोषण में भी सहायक होता है।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
विकल्प | भूमिका |
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पेशीय ऊतक (Muscular Tissue) | गति और संकुचन का कार्य करता है। |
संयोजी ऊतक (Connective Tissue) | अंगों को जोड़ता है और संरचना बनाए रखता है। |
तंत्रीकीय ऊतक (Nervous Tissue) | तंत्रिका संकेतों का संचार करता है। |
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